
प्रयागराज में बघाड़ा से सटे हुए सादियाबाद इलाके में, यमुना नदी के किनारे एक प्राचीन काली माई का मंदिर है। इस मंदिर की कहानी जितनी पुरानी है, उतनी ही रहस्यमयी और रोमांचक भी। यह मंदिर स्थानीय लोगों के लिए आस्था का केंद्र है और इसके साथ कई दिलचस्प किस्से जुड़े हुए हैं।

सादियाबाद काली माई के मंदिर की कहानी
कहते हैं कि सदियों पहले, इस क्षेत्र में एक साधु महाराज का आगमन हुआ। वे मां काली के अनन्य भक्त थे और हमेशा उनके ध्यान में लीन रहते थे। एक रात, साधु महाराज को स्वप्न में मां काली ने दर्शन दिए और कहा कि वे इस स्थान पर उनका मंदिर बनवाएं। साधु महाराज ने जागकर यह सपना गांव वालों को बताया। गांव वाले भी इस दिव्य संकेत से प्रभावित हुए और उन्होंने मिलकर मंदिर का निर्माण शुरू किया।

सादियाबाद काली माई के मंदिर का निर्माण
मंदिर का निर्माण एक रहस्यमयी घटना के साथ जुड़ा है। जब मंदिर की नींव रखी जा रही थी, तब नींव के अंदर पानी निकलने लगा। यह पानी मीठा था जिसे पीकर सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए। इसे मां काली की उपस्थिति का संकेत माना गया और लोगों ने इसे एक शुभ शगुन समझा। इसके बाद मंदिर का निर्माण तेजी से पूरा हुआ।

सादियाबाद काली माई मंदिर की रहस्यमय घटनाएँ
इस मंदिर से जुड़े कई रहस्यमयी किस्से भी सुनने को मिलते हैं। लोगों का कहना है कि रात के समय यहां से कभी-कभार घंटियों की आवाजें आती हैं, जबकि कोई भी व्यक्ति वहां नहीं होता। कुछ लोगों ने तो यह भी बताया है कि उन्होंने मां काली की छवि को ठंड में कोहरे के बीच मंदिर के भीतर घूमते देखा है।

सादियाबाद काली माई मंदिर का खबरों में चर्चा
हाल ही में, यह मंदिर स्थानीय समाचारों में चर्चा का विषय बना था जब एक भक्त ने दावा किया कि उसे मां काली ने स्वप्न में आकर जीवन की दिशा बदलने का संकेत दिया। इस घटना के बाद से भक्तों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है और लोग दूर-दूर से यहां अपनी मनोकामनाएँ लेकर आते हैं।

सादियाबाद काली माई मंदिर में भक्तों की आस्था
मंदिर में हर साल भव्य रूप से काली पूजा आयोजित की जाती है, जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं। माना जाता है कि यहां सच्चे मन से की गई प्रार्थना कभी व्यर्थ नहीं जाती और मां काली अपने भक्तों की सभी इच्छाओं को पूरा करती हैं। इस तरह, सादियाबाद के इस प्राचीन काली माई के मंदिर की कहानी आस्था, रहस्य और चमत्कारों से भरी हुई है, जो इसे न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बनाती है।