
प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल की कहानी
प्रयागराज, जिसे पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था, का एक प्रमुख सरकारी अस्पताल है - स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल। इस अस्पताल का इतिहास न केवल चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और नेहरू परिवार के साथ भी गहराई से जुड़ा हुआ है। आइए, इस अस्पताल के इतिहास को एक रोचक कहानी के रूप में जानें।
स्वरूप रानी हॉस्पिटल की स्थापना
यह कहानी शुरू होती है 1930 के दशक में, जब ब्रिटिश शासन के दौरान प्रयागराज में एक जिला जेल हुआ करती थी। इस जेल में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कई प्रमुख नेताओं को कैद किया गया था, जिनमें पंडित मोतीलाल नेहरू भी शामिल थे। मोतीलाल नेहरू को 1930 में इस जेल में कैद किया गया था, और उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें रिहा किया गया। उनकी मृत्यु 6 फरवरी 1931 को हुई।

स्वरूप रानी हॉस्पिटल का नामकरण
मोतीलाल नेहरू की पत्नी, स्वरूप रानी नेहरू, एक साहसी और समर्पित महिला थीं। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। उनके सम्मान में, इस अस्पताल का नाम स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल रखा गया। यह नामकरण न केवल उनके योगदान को सम्मानित करता है, बल्कि नेहरू परिवार के साथ इस अस्पताल के गहरे संबंध को भी दर्शाता है।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की स्थापना
1961 में, मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई। इस कॉलेज का उद्घाटन भारत के राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने किया था। प्रारंभ में, इस कॉलेज के लिए दक्षिण मलाका में स्थित ब्रिटिश जिला जेल के परिसर को अधिग्रहित किया गया था। 1963 में, जब मेडिकल कॉलेज को पूर्व गवर्नर हाउस में स्थानांतरित किया गया, तब जेल परिसर को पूरी तरह से स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में परिवर्तित कर दिया गया।

स्वरूप रानी हॉस्पिटल का विस्तार और विकास
समय के साथ, स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल का विस्तार किया गया और इसमें नई सुविधाएं जोड़ी गईं। यह अस्पताल अब एक बहु-विशेषज्ञता वाला अस्पताल है, जो विभिन्न चिकित्सा सेवाएं प्रदान करता है। इसमें कैंसर देखभाल, सामान्य चिकित्सा, बाल रोग, और अन्य विशेषज्ञताएं शामिल हैं। अस्पताल में अत्याधुनिक परीक्षण मशीनें और बढ़ी हुई वार्ड सुविधाएं हैं, जो इसे प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण चिकित्सा केंद्र बनाती हैं।
स्वरूप रानी हॉस्पिटल का शैक्षणिक महत्व
स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज का एक प्रमुख शिक्षण अस्पताल है। यह मेडिकल छात्रों को प्रशिक्षण और अनुभव प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हर साल, यहां से कई छात्र एमबीबीएस और पोस्टग्रेजुएट डिग्री प्राप्त करते हैं, जो उन्हें चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद करता है।

स्वरूप रानी हॉस्पिटल का ऐतिहासिक महत्व
स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल न केवल एक चिकित्सा संस्थान है, बल्कि यह प्रयागराज के इतिहास और विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है। यह अस्पताल नेहरू परिवार और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा हुआ है, जो इसे एक विशेष ऐतिहासिक महत्व प्रदान करता है। अस्पताल के नामकरण से लेकर इसके विकास तक, यह कहानी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष और बलिदान की गवाही देती है।
स्वरूप रानी हॉस्पिटल के भविष्य की योजनाएं
आज, स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल प्रयागराज का एक प्रमुख सरकारी अस्पताल है। यह महात्मा गांधी मार्ग, सिविल लाइंस, प्रयागराज में स्थित है। अस्पताल लगातार अपनी सेवाओं और सुविधाओं में सुधार कर रहा है ताकि बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें। भविष्य में, अस्पताल का उद्देश्य और भी अधिक उन्नत चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना और इसे एक प्रमुख चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित करना है।

निष्कर्ष
स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल का इतिहास न केवल चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और नेहरू परिवार के साथ भी गहराई से जुड़ा हुआ है। यह अस्पताल न केवल एक चिकित्सा संस्थान है, बल्कि शहर के सामाजिक और राजनीतिक इतिहास का एक जीवंत स्मारक भी है। इस कहानी के माध्यम से, हम न केवल इस अस्पताल के विकास को समझ सकते हैं, बल्कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष और बलिदान को भी महसूस कर सकते हैं।

