
विजय बहुगुणा एक प्रमुख भारतीय राजनेता हैं, जिन्होंने उत्तराखंड के 6वें
मुख्यमंत्री के रूप में सेवा की है। उनका जन्म 28 फरवरी 1947 को इलाहाबाद (अब
प्रयागराज) में हुआ था। वे स्वतंत्रता सेनानी और उत्तर प्रदेश के पूर्व
मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा के सबसे बड़े पुत्र हैं। विजय बहुगुणा ने 14वीं
और 15वीं लोकसभाओं में टिहरी गढ़वाल निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और
भारतीय जनता पार्टी के सदस्य रहे हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
विजय बहुगुणा का जन्म इलाहाबाद में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता
हेमवती नंदन बहुगुणा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे और उन्होंने असहयोग आंदोलन में
भाग लिया था। विजय बहुगुणा की शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हुई, जहां
उन्होंने बैचलर ऑफ आर्ट्स और फिर एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने
इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकील के रूप में काम करना शुरू किया और बाद में वे
इलाहाबाद उच्च न्यायालय और बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने।
राजनीतिक करियर
विजय बहुगुणा ने 2002 से 2007 तक उत्तराखंड योजना आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में
कार्य किया। वे 2007 से 2009 तक 14वीं लोकसभा के सदस्य रहे और विभिन्न समितियों
में शामिल रहे। 2009 से 2012 तक वे 15वीं लोकसभा के सदस्य रहे। उन्होंने
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में 13 मार्च 2012 को शपथ ली, लेकिन जनवरी 2014
में अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
अन्य योगदान
विजय बहुगुणा ने गढ़वाल विश्वविद्यालय, उत्तराखंड की कार्यकारी परिषद के सदस्य के
रूप में सेवा की है और प्रयागराज में रंजीत पंडित शिक्षा समिति के अध्यक्ष रहे
हैं, जो शैक्षिक कॉलेजों का संचालन करती है।
प्रयागराज से संबंध
विजय बहुगुणा का प्रयागराज (पूर्व इलाहाबाद) से गहरा संबंध है। उनका जन्म यहीं
हुआ था और उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भी यहीं प्राप्त की। वे इलाहाबाद उच्च
न्यायालय में वकील और बाद में न्यायाधीश भी रहे। उनके परिवार का भी प्रयागराज से
गहरा नाता है, जिसमें उनकी बहन रीता बहुगुणा जोशी भी शामिल हैं, जो प्रयागराज से
सांसद हैं।