
श्रृंगी ऋषि मंदिर, जो राम घाट श्रृंग्वेरपुर, प्रयागराज में स्थित है, एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जो पौराणिक कथाओं और इतिहास से जुड़ा हुआ है। यह मंदिर श्रृंगी ऋषि के नाम पर है, जिनका उल्लेख रामायण में भी मिलता है। श्रृंग्वेरपुर को निषादराज गुह की धरती के रूप में भी जाना जाता है, जहां भगवान राम ने वनवास के दौरान विश्राम किया था।
श्रृंगी ऋषि मंदिर का माहौल अत्यंत शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक है, जो भक्तों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। यहां पर श्रृंगी ऋषि की मूर्ति स्थापित है, और उनके साथ माता शांता देवी और देवी शीतला की प्रतिमाएं भी हैं। यह मंदिर उन भक्तों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो संतान प्राप्ति की कामना लेकर यहां आते हैं। मान्यता है कि यहां सच्चे मन से की गई पूजा से संतान प्राप्ति की मनोकामना अवश्य पूरी होती है।
मंदिर के आसपास का प्राकृतिक सौंदर्य और गंगा नदी का किनारा इस स्थान की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं। यहां पर भक्त गंगा स्नान कर अपने पापों का प्रायश्चित करते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं। यह स्थान न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
श्रृंगी ऋषि मंदिर तक पहुंचना आसान है। प्रयागराज से यह स्थान सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहां तक पहुंचने के लिए स्थानीय परिवहन के साधन उपलब्ध हैं। यदि आप प्रयागराज की यात्रा पर हैं, तो श्रृंगी ऋषि मंदिर का दौरा अवश्य करें। यहां की यात्रा आपके मन को शांति और भक्ति से भर देगी।

