
श्रीराम शयन आश्रम, जो राम चौरा घाट, श्रृंग्वेरपुर, प्रयागराज में स्थित है, एक अद्वितीय धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल है। इस स्थान का उल्लेख रामायण में भी मिलता है, जहां भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण ने वनवास के दौरान कुछ समय बिताया था। श्रृंग्वेरपुर को निषादराज गुह के राज्य के रूप में भी जाना जाता है, जिन्होंने भगवान राम का आतिथ्य किया था।
आश्रम का वातावरण अत्यंत शांतिपूर्ण है, जो यहां आने वाले भक्तों और पर्यटकों को आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है। यहां पर भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की मूर्तियां स्थापित हैं, जो इस स्थल को और भी पवित्र बनाती हैं। आश्रम के आसपास का प्राकृतिक सौंदर्य और गंगा नदी का किनारा इस स्थान की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं।
यहां पर नियमित रूप से धार्मिक अनुष्ठान और भजन-कीर्तन होते रहते हैं, जो भक्तों को भगवान राम की भक्ति में लीन होने का अवसर प्रदान करते हैं। आश्रम में ठहरने की भी व्यवस्था है, जहां भक्त कुछ समय बिताकर ध्यान और साधना कर सकते हैं।
श्रृंग्वेरपुर तक पहुंचना आसान है। प्रयागराज से यह स्थान सड़क मार्ग द्वारा 35 किलोमीटर तय करके आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहां तक पहुंचने के लिए स्थानीय परिवहन के साधन उपलब्ध हैं।
यदि आप प्रयागराज की यात्रा पर हैं, तो श्रीराम शयन आश्रम का दौरा अवश्य करें। यह स्थान न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां की यात्रा आपके मन को शांति और भक्ति से भर देगी।
