
प्रयागराज के अरैल घाट पर स्थित राधा बेणी माधव मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जिसे आमतौर पर इस्कॉन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर यमुना नदी के किनारे स्थित है और इसे 1915 में इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) द्वारा स्थापित किया गया था। मंदिर का वातावरण शांति और भक्ति से परिपूर्ण है, जो यहां आने वाले भक्तों के लिए एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है।
मंदिर का मुख्य आकर्षण श्री राधा बेणी माधव की दिव्य मूर्तियां हैं, जो भक्तों के लिए आस्था का केंद्र हैं। यहां एक बड़ा प्रार्थना कक्ष है और मंदिर परिसर में एक धर्मशाला भी है, जहां भक्त ठहर सकते हैं। मंदिर में एक गोशाला भी है, जिसमें गायों और बैलों का पालन-पोषण किया जाता है। यह स्थान न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां नियमित रूप से आध्यात्मिक प्रवचन और कीर्तन आयोजित किए जाते हैं।
मंदिर में दर्शन का सबसे अच्छा समय जन्माष्टमी के दौरान होता है, जब यहां तीन दिनों तक भव्य समारोह आयोजित किए जाते हैं। इस दौरान मंदिर को फूलों से सजाया जाता है, और भक्त भगवान कृष्ण की रथ यात्रा में भाग लेते हैं, जो शहर की विभिन्न सड़कों से होकर गुजरती है और मंदिर पर समाप्त होती है।
मंदिर तक पहुंचना भी आसान है। यह प्रयागराज रेलवे स्टेशन से लगभग 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, और यहां तक कैब या ऑटो के माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है। मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है और यह सुबह 4:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक और फिर शाम 4 बजे से रात 8:30 बजे तक खुला रहता है।
राधा बेणी माधव मंदिर का दौरा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि एक शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक अनुभव के लिए भी किया जा सकता है। यहां की यात्रा निश्चित रूप से आपके मन को शांति और संतोष प्रदान करेगी।


