
चक्र माधव मंदिर प्रयागराज के अरैल घाट पर स्थित एक प्राचीन और पवित्र मंदिर है। यह मंदिर भगवान विष्णु के 12 स्वरूपों में से एक है, जिन्हें माधव के रूप में पूजा जाता है। चक्र माधव मंदिर का स्थान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अरैल में भगवान सोमेश्वर के मंदिर के पास स्थित है।
यह मंदिर धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। माना जाता है कि द्वादश माधव मंदिरों की परिक्रमा करने से भक्तों को सभी तीर्थों और देवी-देवताओं के दर्शन का पुण्य मिलता है। महर्षि भारद्वाज और कई अन्य ऋषि-मुनियों ने भी इस परिक्रमा का पालन किया है।
चक्र माधव मंदिर का वातावरण शांत और आध्यात्मिक है, जो भक्तों को ध्यान और पूजा के लिए प्रेरित करता है। यहां आने वाले लोग भगवान विष्णु के इस रूप की पूजा करते हैं और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना करते हैं।
मंदिर तक पहुंचना आसान है और यह प्रयागराज के अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों के पास स्थित है। यहां आने वाले श्रद्धालु अक्सर संगम में स्नान करने के बाद चक्र माधव मंदिर के दर्शन करने जाते हैं। यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि प्रयागराज की सांस्कृतिक धरोहर का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

