
चाँद खमरिया काला हिरण संरक्षित क्षेत्र प्रयागराज (इलाहाबाद) जिले के मेजा ब्लॉक & तहसील में लगता है, जो शहर से लगभग 40 किलोमीटर दूर यमुनापार इलाके में है। इस संरक्षित क्षेत्र का कुल क्षेत्रफल 126.1230 हेक्टेयर (502 बीघा) है, जिसमें 88 हेक्टेयर (350 बीघा) गांव की जमीन और 38.1230 हेक्टेयर (152 बीघा) वन भूमि शामिल है। यह उत्तर प्रदेश का पहला ब्लैक बक रिजर्व कंजर्वेशन है और वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम-1972 के तहत एक आरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है।
चाँद खमरिया ग्राम सभा का नाम पहले था महुली कला। बाद में प्रधान अनुज पांडे के प्रयास से DM प्रयागराज ने इसका नाम बदल कर कर दिया- चाँद खमरिया। इसमें 9 गाँव हैं जिनके नाम हैं- चाँद, मुजरा पटेल बस्ती, मुजरा पाल बस्ती, कटरा, खमरिया, परासर नगर, यादव बस्ती, सियमबर तालाब, जोवा लाल का पूरवा। इसमें से चाँद, मुजराय पटेल बस्ती, मुजरा पाल बस्ती, कटरा और खमरिया की जमीन पर ये वन्य जीव संरक्षण क्षेत्र बसा हुआ है।
ये जगह प्रयागराज संसदीय क्षेत्र के कोरांव विधान सभा में खीरी थाने के अंतर्गत आता है। डाक पोस्ट है खूटा। पिन कोड है 212106। सबसे नजदीकी बाजार है लालतारा और खीरी। आपातकाल स्थिती में सबसे नजदीकी अस्पताल है मेजा में।
इस संरक्षित क्षेत्र में काले हिरणों (ब्लैक बक) की कुल संख्या लगभग 565 है, जिसमें 250 मादा हिरण, 180 नर हिरण और 130 हिरण के बच्चे शामिल हैं। वन विभाग द्वारा 60 लाख रुपये की लागत से 10 हेक्टेयर क्षेत्र में एक चेकडैम बनाने की योजना है, जो काले हिरणों और अन्य वन्य जीवों को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस क्षेत्र को इको-टूरिज्म के लिए विकसित करने की योजना बनाई है और इसे वन डिस्ट्रिक्ट वन डेस्टिनेशन (ओडीओडी) योजना के तहत चयनित किया है। इस संरक्षित क्षेत्र की स्थापना से जैव विविधता संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। पिछले कुछ वर्षों में यहां काले हिरणों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है, जो इस संरक्षण प्रयास की सफलता को दर्शाता है।



