
प्रयागराज का प्राचीन ललिता देवी मंदिर
प्रयागराज के मीरापुर इलाके में स्थित ललिता देवी मंदिर एक ऐसा स्थान है जो न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इसके साथ कई रोचक और पौराणिक कहानियाँ भी जुड़ी हुई हैं। यह मंदिर भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है।

प्रयागराज में ललिता देवी मंदिर की कहानी क्या है?
कहानी की शुरुआत होती है देवी सती से, जो भगवान शिव की पत्नी थीं। पौराणिक कथा के अनुसार, जब देवी सती ने अपने पिता दक्ष के यज्ञ में अपमानित होकर आत्मदाह कर लिया, तो भगवान शिव अत्यंत क्रोधित हो गए। उन्होंने सती के शरीर को लेकर तांडव नृत्य करना शुरू कर दिया। इस दौरान भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से सती के शरीर को 51 टुकड़ों में काट दिया ताकि शिव का क्रोध शांत हो सके और संसार का संतुलन बना रहे। इन टुकड़ों के गिरने से जो स्थान बने, वे शक्तिपीठ कहलाए।

प्रयागराज में ललिता देवी मंदिर का महत्व क्या है?
मीरापुर स्थित ललिता देवी मंदिर वही स्थान है जहाँ देवी सती की उंगली गिरी थी। इस कारण यह स्थान अत्यंत पवित्र माना जाता है और यहाँ देवी ललिता की पूजा की जाती है, जो शक्ति का प्रतीक हैं। मंदिर में देवी को महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती के रूप में भी पूजा जाता है।

प्रयागराज में ललिता देवी मंदिर का माहौल कैसा है?
मंदिर का वातावरण बहुत ही शांत और आध्यात्मिक होता है। यहाँ आने वाले भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए पूजा-अर्चना करते हैं। खासकर नवरात्रि के समय यहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, और इस दौरान मंदिर को बहुत ही खूबसूरती से सजाया जाता है।

प्रयागराज में ललिता देवी मंदिर की बनावट कैसी है?
ललिता देवी मंदिर की वास्तुकला भी देखने लायक है। इसे श्री यंत्र पर आधारित बनावट के साथ बनाया गया है, जो इसे और भी विशेष बनाता है। मंदिर के अंदर एक छोटा सा शिवलिंग भी स्थापित है, जिसे पारे से बनाया गया है।

प्रयागराज में ललिता देवी मंदिर में लोग क्यों आते हैं?
यहाँ आने वाले भक्तों का मानना है कि संगम में स्नान करने के बाद इस शक्तिपीठ में दर्शन करने से उनकी सभी इच्छाएँ पूरी होती हैं। इसी विश्वास के कारण यह मंदिर प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया है।

इस प्रकार, ललिता देवी मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह उन पौराणिक कथाओं और मान्यताओं का जीवंत उदाहरण भी है जो भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं।