
प्रयागराज के दारागंज इलाके में स्थित हरित माधव मंदिर एक बहुत ही प्राचीन और पवित्र स्थल है, जो भगवान विष्णु के एक रूप को समर्पित है। यह मंदिर प्रयागराज के बारह माधव मंदिरों में से एक है, जिन्हें "द्वादश माधव" कहा जाता है। हरित माधव मंदिर का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व बहुत अधिक है, और यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है।

हरित माधव मंदिर की पौराणिक कथा
हरित माधव मंदिर से जुड़ी एक दिलचस्प कहानी है। कहा जाता है कि जब ब्रह्मा जी ने प्रयागराज में पहला यज्ञ किया था, तब उन्होंने भगवान विष्णु से इस क्षेत्र की रक्षा करने का आग्रह किया। भगवान विष्णु ने अपनी विभिन्न रूपों में यहां स्थापित होकर इस क्षेत्र की सुरक्षा का जिम्मा लिया। हरित माधव उन्हीं रूपों में से एक हैं। इस मंदिर की स्थापना का उद्देश्य था कि जो भी भक्त त्रिवेणी संगम में स्नान करने आए, वे भगवान हरित माधव के दर्शन कर अपनी पूजा को पूर्ण करें।

हरित माधव मंदिर की विशेषताएँ
हरित माधव मंदिर में भगवान विष्णु की एक सुंदर प्रतिमा स्थापित है। यह प्रतिमा शालिग्राम शिला से निर्मित है और इसे अत्यधिक पवित्र माना जाता है। भगवान हरित माधव अपने चतुर्भुज स्वरूप में विराजमान हैं, जिनके हाथों में शंख, चक्र, गदा और कमल धारण किए हुए हैं। यह दृश्य भक्तों के लिए अत्यंत मनमोहक होता है और उन्हें आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है।

हरित माधव मंदिर का धार्मिक महत्व
हरित माधव मंदिर का धार्मिक महत्व बहुत खास है। मान्यता है कि प्रयागराज में संगम स्नान करने के बाद अगर भक्त हरित माधव या अन्य किसी भी माधव मंदिर के दर्शन नहीं करते हैं, तो उनका संगम स्नान अधूरा माना जाता है। इस कारण यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हमेशा अधिक रहती है, खासकर माघ मेले और कुंभ मेले के दौरान।

हरित माधव मंदिर का माघ मेले में महत्व
माघ मेले के दौरान इस मंदिर का महत्व और भी बढ़ जाता है। माघ मास में संगम तट पर कल्पवास करने वाले श्रद्धालु हर दिन गंगा स्नान के बाद हरित माधव के दर्शन करते हैं। यह मान्यता है कि माघ मास में भगवान विष्णु विशेष रूप से प्रसन्न होते हैं और भक्तों को उनके दुखों से मुक्ति प्रदान करते हैं।

कैसे पहुँचे हरित माधव मंदिर?
यह मंदिर दारागंज इलाके में स्थित है, जो प्रयागराज शहर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। दारागंज गंगा नदी के किनारे स्थित होने के कारण यहाँ तक पहुँचने के लिए स्थानीय परिवहन आसानी से उपलब्ध होता है। मंदिर तक पहुँचने का रास्ता थोड़ा संकरा हो सकता है, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था उन्हें यहाँ खींच लाती है।
हरित माधव मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि यह प्रयागराज की सांस्कृतिक धरोहर का भी हिस्सा है। यहाँ आने वाले भक्तों को न केवल भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि उन्हें आध्यात्मिक शांति का अनुभव भी होता है। अगर आप कभी प्रयागराज आएं तो इस पवित्र स्थल पर जाकर भगवान हरित माधव के दर्शन अवश्य करें और अपने जीवन को धन्य बनाएं।