
प्रयागराज का कुंदौरा महादेव और हरिहर धाम
प्रयागराज जिले के हंडिया तहसील में स्थित कुंदौरा गाँव का हरिहर धाम एक प्राचीन और पवित्र स्थल है, जो शिवभक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। यह स्थान न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी इसकी अपनी पहचान है।

प्रयागराज का कुंदौरा महादेव कहाँ है?
हरिहर धाम, जिसे कुंदौरा महादेव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है प्रयागराज के हड़िया तहसील के धनुपुर ब्लॉक के दत्तेपुर ग्राम सभा में है। इसी ग्राम सभा में एक गाँव है- कुंदौरा। दत्तेपुर और कुंदौरा गाँव के बीच मौजूद है हरिहर धाम। जिसमें रखे शिव जी को कहते हैं कुंदौरा महादेव। गूगल मैप पर इस मंदिर को हरिहर मिश्रपुर ग्राम सभा में दिखाया गया है जो कि गलत है। संगम से झूँसी की ओर वाराणसी वाली रोड पर 36 किलोमीटर है- हंडिया का चौराहा। हंडिया चौराहे से जंघई वाले रोड पर 13 किलोमीटर दूर है- सिरसा चौराहा। सिरसा चौराहे से मर्रों बाजार वाली रोड पर 6 किलोमीटर दूर है- कुंदौरा महादेव। यानि प्रयागराज संगम से 55 किलोमीटर दूर है- हरिहर धाम ! इस प्रकार, यह स्थान प्रयागराज से पहुँचने में सुगम है।

धार्मिक महत्व
हरिहर धाम का धार्मिक महत्व महाशिवरात्रि और सावन मास के दौरान विशेष रूप से देखा जाता है। इन अवसरों पर हजारों श्रद्धालु यहाँ भगवान शिव का जलाभिषेक करने आते हैं। सावन मास के पहले सोमवार को यहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, जो अपनी आस्था और भक्ति को प्रकट करने के लिए कतारबद्ध होते हैं।

इतिहास और संस्कृति
स्थानीय लोगों के अनुसार, प्राचीन काल में महर्षि भारद्वाज ने यहाँ एक यज्ञ का आयोजन किया था। इस यज्ञ के दौरान, यज्ञ कुंड से भगवान भोलेनाथ प्रकट हुए और इसी के परिणामस्वरूप इस रहस्यमय मंदिर की स्थापना हुई। यह मंदिर एक शिवलिंग की पूजा करता है, जिसे 1000 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है और इसकी तुलना काशी विश्वनाथ से की जाती है। यहाँ का हरिहर धाम सर्वधर्म समन्वय समिति द्वारा संचालित होता है, जो विभिन्न धर्मों के बीच सामंजस्य को बढ़ावा देता है। यह स्थान न केवल शिवभक्तों के लिए बल्कि अन्य धार्मिक समुदायों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत है।

समाज और सुरक्षा
महाशिवरात्रि जैसे महत्वपूर्ण अवसरों पर मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय प्रशासन सक्रिय रहता है। पुलिसकर्मी और महिला पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहते हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

निष्कर्ष
हरिहर धाम कुंदौरा महादेव मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है। इसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और धार्मिक गतिविधियाँ इसे एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल बनाती हैं। यहाँ की यात्रा न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है बल्कि भारतीय संस्कृति की गहन समझ भी देती है।
