
प्रयागराज के शिवकुटी में गंगा नदी के किनारे स्थित कोटेश्वर महादेव मंदिर एक प्राचीन और पवित्र स्थल है, जो भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर की स्थापना का इतिहास त्रेता युग से जुड़ा है। मान्यता है कि भगवान श्रीराम ने रावण का वध करने के बाद ब्रह्महत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए यहां शिवलिंग की स्थापना की थी। महर्षि भारद्वाज ने श्रीराम को सलाह दी थी कि वे एक करोड़ शिवलिंग बनाकर पूजन करें, लेकिन श्रीराम ने बालू के कणों से एक शिवलिंग बनाकर पूजा की, जिससे उन्हें एक करोड़ शिवलिंग पूजन का फल प्राप्त हुआ।
यह मंदिर सालभर भक्तों के लिए खुला रहता है और विशेष रूप से सावन के महीने और महाशिवरात्रि पर यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है। इन मौकों पर विशेष अनुष्ठान और रुद्राभिषेक होते हैं, जहां दूर-दूर से लोग अपनी मनोकामनाएं पूरी करने आते हैं।
मंदिर तक पहुंचना आसान है। यह प्रयागराज के शिवकुटी मोहल्ले में स्थित है। आप शहर के किसी भी हिस्से से स्थानीय परिवहन जैसे ऑटो या टैक्सी लेकर यहां पहुंच सकते हैं। गंगा नदी के किनारे स्थित होने की वजह से यह स्थान प्राकृतिक सुंदरता से भी भरपूर है, जहां लोग गंगा स्नान कर भगवान शिव का अभिषेक करते हैं।



