दारागंज-झूँसी आइजेट ब्रिज- प्रयागराज को वाराणसी से जोड़ने के लिए ब्रिटिश सरकार द्वारा 1912 में प्रयागराज के दारागंज और झूसी के बीच गंगा नदी के ऊपर 2 किलोमीटर लंबे रेलवे पुल का निर्माण शुरू किया गया। और इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई उस समय रेलवे के चीफ इंजीनियर आइजेट साहब को। उन्हीं के नाम पर दारागंज रेलवे पुल को आइजेट ब्रिज भी कहा जाता है। मजबूत पत्थरों को जमीन के नीचे कूटकर लगभग 75 फीट गहरी नींव बनाई गई। पुल को जमीन से 60 फिट ऊपर खड़ा रखने के लिए इसी नींव पर 45 खंभे बनाए गए। उस समय पुल को बनाने में कुल खर्च ब्रिटिश सरकार द्वारा 30 लाख के आसपास आका गया था। 31 अक्टूबर 1912 को पहली बार इस पुल पर रेल यातायात प्रारंभ हुआ। आज भी यह पुल उतनी ही मजबूती के साथ ट्रेनों के आवागमन को सक्रिय रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।









