नर्गिस, जिनका वास्तविक नाम फातिमा राशिद था, भारतीय सिनेमा की एक प्रतिष्ठित अभिनेत्री थीं। उनका जन्म 1 जून 1929 को कलकत्ता (अब कोलकाता) में हुआ था। नर्गिस को हिंदी सिनेमा की सबसे महान अभिनेत्रियों में से एक माना जाता है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक बाल कलाकार के रूप में की और बाद में कई सफल फिल्मों में प्रमुख भूमिकाएँ निभाईं। उनकी सबसे प्रसिद्ध भूमिका *मदर इंडिया* (1957) में राधा के रूप में थी, जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार मिला।
करियर और उपलब्धियाँ
नर्गिस ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण फिल्मों में काम किया, जिनमें *बरसात*, *आवारा*, *श्री 420*, *चोरी चोरी*, और *रात और दिन* शामिल हैं। *रात और दिन* के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। उन्होंने राज कपूर के साथ कई फिल्मों में काम किया और उनकी जोड़ी को सिनेमा के इतिहास में एक सफल और रोमांटिक जोड़ी के रूप में याद किया जाता है।
नर्गिस ने 1958 में अभिनेता सुनील दत्त से विवाह किया और इसके बाद फिल्मों से संन्यास ले लिया। वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहीं और स्पास्टिक्स सोसाइटी ऑफ इंडिया की पहली संरक्षक बनीं। उन्हें 1980 में राज्यसभा के लिए भी नामित किया गया था।
प्रयागराज से संबंध
नर्गिस का प्रयागराज से संबंध उनके पारिवारिक पृष्ठभूमि के माध्यम से है। उनकी माँ, जद्दनबाई, एक प्रसिद्ध गायिका और अभिनेत्री थीं, जिनका संबंध इलाहाबाद (अब प्रयागराज) से था। जद्दनबाई का इलाहाबाद में एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और सामाजिक प्रभाव था, और यह शहर उनकी पारिवारिक जड़ों का हिस्सा था। नर्गिस का जीवन और करियर भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है, और उनका प्रयागराज से यह संबंध उनकी पारिवारिक और सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है।